हिंदू भाईचारे की फिर मिसाल हुई कायम विधवा महिला कि दो बेटियों की शादी में भात भरने पहुंच मुस्लिम समाज के लोग, 24000 भात में नगद व परिवार के लोगों की पहरावनी
रामगढ़ क्षेत्र में फिर से एक बार हिंदू भाईचारे की मिसाल देखने को मिली जहां रामगढ़ क्षेत्र के मेवखेडा गांव में हिंदू विधवा महिला की दो बेटियों की शादी में मुस्लिम समाज के लोग भात भरने पहुंचे। अंजुमन शिक्षा समिति के अध्यक्ष प्रधान नसरू खान के साथ मुस्लिम समाज के लोगों ने भात में ₹24000 रुपए हुए पूरे परिवार के लोगों की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार पहरावनी की । दरअसल मेंवखेड़ा गांव की विधवा महिला धनवाई की पति प्रेम कुमार जाति जाटव की 20 साल पहले किसी हादसे में मौत हो गई थी। उस समय बच्चे छोटे-छोटे थे विधवा महिला के तीन लड़की और एक लड़का है । मेहनत मजदूरी कर अपनी दो बड़ी बेटी प्रियंका और प्रिया की शादी कर रही थी । जिनकी शादी लक्ष्मणगढ़ ईटेडा के भागचंद के दो पुत्र नीरज और राजपाल के साथ की गई थी वहीं से बारात आ रही थी ।
इसकी सूचना अंजुमन शिक्षा समिति के प्रधान नसरू खान को मिली तो कमेटी के सदस्यों के साथ भात भरने पहुंचे भाई का फर्ज निभाते हुए प्रधान ने विधवा महिला को चुनरी उड़ाई इस दृश्य को देखकर सभी लोगों की आंखें नम गई । क्योंकि ऐसा नजर लग रहा था कि जिस प्रकार भगवान कृष्ण नानी बाई का मायरा भरने के लिए आए थे उसी प्रकार गरीब विधवा महिला धनबाई की बेटी की शादी में प्रधान नसरू खान भी मुस्लिम लोगों के साथ भात भरने पहुंचे । दरअसल अंजुमन शिक्षा समिति अब तक कितनी गरीब विधवा महिलाओं की बेटियों की शादियों में भात भर चुकी है। अंजुमन शिक्षा समिति के अध्यक्ष व रामगढ़ पंचायत समिति प्रधान नसरू खान ने बताया कि सूचना मिली कि मेवखेड़ा गांव में गरीब विधवा महिला कि दो बेटियों की शादी है । जिसकी पति के हादसे में मौत हो गई । तुरंत कमेटी के सदस्यों के साथ भात भरने के लिए पहुंचे । भारत में ₹24000 नगद व पूरे परिवार के लोगों की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार पहरावनी की गई । अंजुमन शिक्षा समिति का उद्देश्य है कि गरीब विधवा महिलाओं की बेटी की शादी में भात भरकर सहयोग करना ।