जल जीवन मिशन के कार्य की धीमी गति और लापरवाही से उद्देश्य बाधित:ग्रामीणों में आक्रोश,लोग गड्डों में गिरकर हो रहे चोटिल
भरतपुर। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर घर तक नल से जल पहुंचाना है, लेकिन कार्यान्वयन में आ रही धीमी गति और लापरवाही से योजना का मकसद ही विफल होता दिख रहा है। बयाना जिले के बीरमपुरा ग्राम पंचायत में दो माह पहले शुरू हुआ जल जीवन मिशन का काम आज तक अधूरा पड़ा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने सरपंच राजेंद्र सिंह धाकड़ के नेतृत्व में जलदाय विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि नवंबर में शुरू हुए इस कार्य को 15 दिनों में पूरा किया जाना था लेकिन दो माह बाद भी न तो पाइपलाइन का काम पूरा हुआ और न ही खोदी गई सड़कों की मरम्मत की गई। ठेकेदार के काम अधूरा छोड़कर चले जाने से स्थिति और बिगड़ गई है। शादी-विवाह के मौसम में खुली सड़कों और गड्डों से ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग गड्डों में गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जलदाय विभाग के अधिकारी ठेकेदार से मिले हुए हैं वहीं पीएचईडी के जेईएन राजेश कुमार मीणा का कहना है कि सरपंच ने ही काम रुकवाया था, उन्होंने बताया कि 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और शीघ्र ही सड़कों की मरम्मत कर दी जाएगी।
- कोशलेन्द्र दत्तात्रेय