भगवान कार्तिकेय एवं गणेश जी महाराज के जन्म की कथा सुनाई
शिव द्वारा अपने पुत्र गणेश का सिर काटने तथा हाथी के सिर को लगाना और माता पार्वती को मनाया । एवं गणेश जी को बनाया प्रथम पूजनीय।

राजगढ़ (अलवर/ अनिल गुप्ता) राजगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के ग्राम मुर्राटा में जोगिन की ढाणी में चल रही महाशिवपुराण कथा के दौरान आचार्य कैलाश नाथ शास्त्री ने कहा की भगवान शंकर ने माता पार्वती के भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश जी का जन्म भगवान शिव के द्वारा अपने पुत्र गणेश का शीश काट कर हाथी का शीश लगाया। वहीं पार्वती का काली का रूप धारण करके देवताओं का संघार करना भगवान शंकर ने गणेश जी के हाथी का शीश लगाकर माता पार्वती को मनाया और गणेश जी की पूजा अर्चना की वह गणेश जी को प्रथम पूज्य बना दिया ।
महाबली ताड़का सुर राक्षस का व़ कर माता पार्वती के भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश जी का जन्म व भगवान शिव के द्वारा अपने पुत्र गणेश का शीश काटने के बाद माता पार्वती का काली का रूप धारण करके देवताओं का संघार करने की कथा सुनाई।तथा माता पार्वती को मनाया और गणेश जी की पूजा अर्चना कर गणेश जी को प्रथम पूज्य बना दिया व महाबली ताड़का सुर राक्षस का वध कर राक्षसों को भयभीत कर दिया।
क्षृद्वालु बनवारी लाल जोगी ने बताया कि इससे पूर्व आज अमावस्या का पर्व होने के कारण भगवान शिव का गंगाजल से अभिषेक कर चंदन का लेप कर सुगंधित पुष्पों से क्षृंगार किया। मुर्राटा सहित आसपास के सैकड़ों महिला पुरुष क्षृद्वालुओं ने महाशिवपुराण की कथा सुन कर नाचते हुए धर्म लाभ कमाया।






