छत से गिरा चलता पंखा-दूल्हे की कटी गर्दन:एक दिन पहले ही हुआ था निकाह
छत से गिरा चलता पंखा, दूल्हे की कटी गर्दन---26 टांके लगाकर डॉक्टर्स की टीम ने बचाई जान----एक दिन पहले ही हुआ था निकाह--घटना मकराना शहर के गौड़ा बास क्षेत्र की है
मकराना,नागौर (मोहम्मद शहजाद)
मकराना में एक दुल्हे पर चलता हुआ सीलिंग फैन गिर गया। जिससे उसके गर्दन और हाथ पर कई बड़े कट लग गए। मामला मकराना शहर के गौड़ाबास मोहल्ले का है। जहां मार्बल व्यापारी इकराम (27) पुत्र शेख रमजान सिसोदिया पर शनिवार दोपहर में 12 बजे छत पंखा टूटकर गिर गया। अचानक गिरे पंखे से युवक के गर्दन और हाथ पर कट लग गए, जिससे उसका काफी खून बह गया। उसे तुरंत सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टर्स की टीम ने तुरंत ऑपरेशन कर उसकी जान बचा ली।
बता दें कि, एक दिन पहले ही शुक्रवार को इकराम की शादी अब्दुल सराय निवासी जन्नत (24) पुत्री मेहमूद आलम से हुई थी। रात्रि में सारी वैवाहिक रस्में दूल्हा दुल्हन ने हंसी खुशी परिवार व रिश्तेदारों के साथ पूरी की। रस्मो रिवाज के अनुसार उसकी पत्नी अगले दिन यानी शनिवार सुबह छह बजे अपने मायके वापस चली गई। इकराम शादी कार्यक्रम से थका होने के कारण शनिवार को देर तक सोया हुआ था। दोपहर में करीब 12 बजे अचानक कमरे में से इकराम के चिल्लाने की आवाज आई तो सभी दौड़कर गए। वहां इकराम खून से लथपथ था एवं उसके एक हाथ और गर्दन में से खून निकल रहा था। परिजन उसे तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। उसके पिता शेख रमजान ने बताया कि पंखा पुराना है तथा दोपहर में टूटकर उसके बेटे पर गिर गया जिससे उसके गर्दन में कट लगे हैं।
घटना की सूचना मिलने पर मकराना पुलिस थाना से हैड कांस्टेबल प्रकाश ने अस्पताल जाकर युवक के बयान लिए और घर पर जाकर मौका स्थिति देखी। वहां पलंग पर पंखा पड़ा था। वहीं तकिए और बिस्तर पर खून बिखरा हुआ था। पुलिस ने परिजनों से भी पूछताछ की। शादी के दूसरे दिन ही युवक के गर्दन कटने की घटना के बारे में सुनकर हर कोई हतप्रभ था। लोग घटना को लेकर अलग अलग कयास लगा रहे थे। युवक ने पंजाब के अंबाला में मार्बल गोदाम कर रखा है। पुलिस भी मामले में विभिन्न एंगल से तफ्तीश कर रही है। थानाधिकारी प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि गनीमत है कि युवक की हालत खतरे से बाहर है। पुलिस मामले में अनुंसधान कर रही है, फिलहाल दोपहर तक किसी ने रिपोर्ट नहीं दी है।
वहीं सरकारी अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर फारूक ने बताया कि इकराम के गले के दो तरफ की खून की नसें कटी हुई थी एवं उनमें से खून निकल रहा था। मौका स्थिति को देखकर उसे रेफर करने की बजाय डॉ. ईश्वर, डॉ. रजत, मेल स्टाफ नर्स प्रकाश, प्रेम, रमेश के साथ ऑपरेशन कर युवक की डेमेज नसें वापस जोड़ी। उसके गले में 26 टांके आए हैं।