बेकाबू डंपर ने बाइक सवार लोगों को मारी टक्कर ,तीन की मौत
बयाना/भरतपुर/राजीव झालानी
बयाना 15 दिसम्बर। बयाना के भरतपुर रोड स्थित भीमनगर तिराहे के पास मंगलवार को सुबह करीब 10-11 बजे एक बेकाबू डम्पर ने बाइक सवार तीन जनो को बुरी तरह रौद डाला जिससे दो जनो ने मौके पर ही दम तोड दिया व एक जने ने यहां से भरतपुर उपचार के लिऐ ले जाते समय रास्ते में दम तोड दिया। तीनो मृतक में आपस मे चाचा भतीजे बताऐ है। जो निकट के गांव भगोरी निवासी कलुआराम धाकड पुत्र रामभरोसी आयु 50 साल, अजीत धाकड पुत्र लक्ष्मन आयु 18 साल एवं उसका भाई सचिन धाकड आयु 20 साल बताऐ है। यह हादसा मंगलवार को सुबह तब हुआ जब यह तीनो जने बयाना की ओर से अपने गांव वापिस जा रहे थे। तभी पीछे आ रहे एक बेकाबू डम्पर ने तीनो को रौंद दिया। जिसके बाद कलुआ व अजीत ने मौके पर ही दम तोड दिया। घायल सचिन को उपचार के लिऐ बयाना के अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे गंम्भीर अवस्था में गहन उपचार के लिऐ भरतपुर रैफर किया गया। जिसने रास्ते में ही दम तोड दिया। इस हादसे से पूरे गांव में शोक छा गया है। व पीडितो के परिवार में कोहराम मच गया है। अस्पताल मे ंभी भारी भीड लग गई थी।
पुलिस के अनुसार मृतको के पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनो को सौंप दिये है। पुलिस कोतवाली के सहायक पुलिस उपनिरीक्षक दामोदरशर्मा ने बताया कि इस मामले मेें लक्ष्मन धाकड पुत्र रामभरोसी निवासी भगोरी की ओर से डम्पर चालक के विरूद्व तेज व लापरवाही से डम्पर चलाकर दुर्घटना कारित करने व उसके दोनो पुत्रो सहित उसके भाई की भी मौत हो जाने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाही करते हुऐ आरोपी डम्पर चालक को भी गिरफतार कर डम्पर को जप्त कर लिया है। बयाना शहर में 24 घन्टे में तीसरी बडी दुर्घटना का मामला सामने आया है।
अस्पताल में मरीज के परिजनो को ही ले जाना पडता है स्ट्रेचर, डयूटी कर्मचारी रहते है नदारत - कस्बे के राजकीय रैफरल अस्पताल में अनियमितताओ व मनमानी के चलते गंम्भीर दुघर्टनाओ के मरीजो भी काफी परेशानीयो का सामना करना पडता है। ऐसा ही एक नजारा मंगलवार को यहां के अस्पताल में दो बार तब देखने मिला जब इस दिन दो अलग अलग सडक दुर्घटनाओ के घायलो व मृतको को उपचार व पोस्टमार्टम के लिऐ अस्पताल लाया गया। और उन्हें एम्बुलेंस से उतार कर वार्ड तक पहुंचने के लिऐ उनके परिजनो को ही स्ट्रेचर तलाश कर लानी पडी और उन्हें इन घायलो व मृतको को स्ट्रेचर से वार्ड व पोस्टमार्टम रूम तक पहुंचाना पडा। हालांकि इस अस्पताल में एमआरएस योजना के तहत कई कर्मचारी अस्थाई रूप से मरीजो के लिऐ इस सुविधा देने के लिऐ तैनात किया गया है। जिनके उपर प्रतिमाह कई हजार रूप्या का भुगतान भी अस्पताल प्रशासन को करना पडता है। किन्तु मरीजो को इसका कोई लाभ नही मिल रहा है। इस मनमानी को लेकर अस्पताल मे कई बार हंगामा भी हो चुका है। किन्तु अभी तक कोई सुधार नही हो सका है। मंगलवार को हुई दुर्घटना पीडित परिवार के परिजनो ने अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही पर रोष प्रकट किया है।