शुरू हुआ निजि अस्पतालों एवं झोलाछाप डॉक्टरों के विरुद्ध आपरेशन ब्लैक थंडर अभियान
अनाधिकृत लैब संचालन पर होगी सख्त कार्यवाही
अलवर (अनिल गुप्ता) अलवर जिले के सभी रजिस्टर्ड चिकित्सक स्वयं के अस्पताल के साथ किसी अन्य अस्पताल में पाए जाते हैं तो उनका रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया जाएगा। गौरतलब रहे कि राजस्थान की सरकार ने इसके लिए ऑपरेशन ब्लैक थंडर शुरू किया है। जिसके अंर्तगत अब जल्द ही ऐसे चिकित्सकों को अपनी सूची देनी होगी कि वह कितने अस्पतालों में कार्य कर रहे हैं ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर योगेंद्र शर्मा ने बताया कि अलवर जिले में कई ऐसे चिकित्सक है जो 4 से 5 अस्पतालों में अपनी सेवाएं देते हैं। यह राजस्थान मेडिकल काउंसिल के नियमों के विरुद्ध है। तथा चिकित्सक केवल दो स्थानों पर ही अपनी सेवा दे सकता है वही ऐसे अस्पताल जिन में यह संबंधित रजिस्टर चिकित्सक प्रतिदिन दो घंटे की सेवाएं दे रहे हैं उनकी भी सूची चिकित्सकों को देनी होगी क्योंकि अस्पताल चौबीस घंटे खुलता है। और चिकित्सक केवल दो ही घंटे बैठता है।
ऐसे में अशिक्षित लोग या फिर झोलाछाप चिकित्सक लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि समय बचाने के चक्कर में वह झोला छाप डॉक्टरों के पास पहुंच जाते हैं। तथा अपनी जान को जोखिम में डालते हैं ।वहीं पूरे जिले में कई ऐसे लैब शहर में संचालित हैं जिनमें ना तो कोई रेडियोग्राफर है और ना ही लैब टेक्नीशियन ऐसे में अशिक्षित लोग यहां पर लैब चला रहे हैं। इनके विरुद्ध शीघ्र बड़ी गाज गिरेगी।
उन्होंने चेतावनी दी है कि जल्द ऐसी सूची तैयार की जाएगी जिससे ऐसे चिकित्सकों के विरुद्ध सख्त की जाने की बात दोहराई तथा इसके लिए चिकित्सक स्वयं जिम्मेदार होंगे।