जानकी नवमी कल 16 मई को , विशेष महत्व
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) हिन्दू धर्म में जानकी नवमी पर्व का विशेष महत्व है। 16 मई कल के दिन माता जानकी और प्रभु श्री राम की विशेष उपासना करने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं। और साधकों को विशेष लाभ मिलता है। योग शिक्षक पंडित लोकेश कुमार ने बताया कि
हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन सीता नवमी पर्व मनाया जाता है। जानकी नवमी विशेष दिन पर मां सीता की विशेष उपासना करने से और उपवास का पालन करने से वैवाहिक जीवन में सुख एवं समृद्धि का आगमन होता है। माता सीता का जन्म मंगलवार के दिन पुष्य नक्षत्र में हुआ था और रामनवमी पर्व के ठीक एक महीने बाद सीता नवमी मनाई जाती है। जानकी नवमी के दिन पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। शुभ दिन होने सेजानकी नवमी पर अनेक ग्रामीण क्षेत्रों में अबुज सावे मे शादियां भी संपन्न होती है।
सीता नवमी के दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है और परिवार में सुख शांति के लिए मां जानकी की पूजा करती हैं। मान्यता है कि इस दिन मां जानकी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। पौराणिक मान्यता यह भी है कि मां सीता मां लक्ष्मी की स्वरूप हैं। इसलिए इस दिन मां सीता की पूजा करने से साधक को मां लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।