कलियुग में संत दर्शन व हरी कथा का बड़ा महत्व: संत साईं राम महाराज
सकट - नारायणपुर गांव के मुरली मनोहर महाराज मंदिर पर ग्रामीणों के सहयोग से क्षेत्र में अच्छी बारिश की कामना के साथ ही क्षेत्र की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना के लिए चल रहे 22 वे श्री विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान कथा में उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथा व्यास संत साईं राम महाराज ने कहा कि कलियुग में संत दर्शन व हरि कथा का बड़ा महत्व है। ये दोनों ही कई जन्मों के पुण्य प्रभाव जागृत होने पर प्राप्त होते हैं। जहां संत होते हैं वही सारे तीर्थ निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि अभिमान व अहंकार से मनुष्य को हमेशा दूर रहना चाहिए के दोनों कभी भी मनुष्य के पतन का कारण बन सकते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि क्रोध करने से सोचने व समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है। ऐसे में हमें हमेशा अपने क्रोध पर काबू रखना चाहिए। वहीं मुरली मनोहर चतुर्भुज जी महाराज मंदिर में बनी यज्ञ वैदी मे यज्ञाचार्य पं राम बाबू शर्मा ने यजमानों से वैदिक मंत्रोच्चारणों के साथ शुद्ध गाय के घी एवं हवन सामग्री की आहुतियां दिलवाई इस दौरान श्रद्धालुओं ने यज वैदी में आहुतियां डालकर भगवान से क्षेत्र की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना की। कथा के दूसरे दिन गुरुवार को महर्षि मुनि महाराज की कथा का प्रसंग सुनाया। वही कथा के दौरान बीच-बीच में गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया वह तालियां बजाकर भगवान के जयकारे लगाए। कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को कथावाचक द्वारा शिव शक्ति व ध्रुव महाराज की कथा का प्रसंग सुनाया जाएगा। कथा सुनने के लिए प्रति दिन श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है।विष्णु महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ कार्यक्रम का समापन पूर्णाहुति के साथ 10 जुलाई को होगा। इस मौके पर ग्रामीणों द्वारा ब्रह्मलीन स्वामी श्री यति दामोदरदास महाराज की पुण्यतिथि श्रद्धा व आस्था के साथ मनाई जाएगी और भंडारा आयोजित किया जाएगा।
- राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट