जिले में बेखौफ गोतस्करी, पुलिस बोली-14 दिन जांच के बाद दर्ज करेंगे प्रकरण
गोतस्करों ने नाकाबंदी तोड़ी, छिपे होम गार्ड, गौरक्षकों की कार पर गायें फेंकते हुए भागे
खैरथल ( हीरालाल भूरानी )
गोतस्कर बेखौफ वारदातें कर रहे हैं और खैरथल-तिजारा पुलिस उन्हें पकड़ना तो दूर नाकाबंदी तोड़कर भागने जैसे मामलों की ही रिपोर्ट दर्ज नहीं कर रही। करीब 5 दिन पहले गोतस्कर वाहन से कस्बे में गोवंश फेंकते हुए भागे थे। अब पेहल मोड़ पर रविवार तड़के करीब 3.45 बजे पीछा करते गौरक्षकों पर पशु फेंकते हुए भाग निकले। अहम बात ये कि इससे पहले गोतस्करों ने नाकाबंदी को तोड़ दिया। गौरक्षक मामले को लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। गौरक्षकों का आरोप है कि पुलिस थाने में उनसे बदसलूकी भी की गई। घटना के दौरान पीछा करने वाले गौसेवक राकेश शर्मा ने बताया कि सुबह करीब 3.45 बजे खैरथल-पेहल मोड़ पर एक पिकअप में गोतस्कर पशुओं को ले जाते दिखे। उन्होंने मोड़ पर लगे नाके के होमगाडों की मदद से उन्हें रोकने का प्रयास किया तो तेज रफ्तार में नाकाबन्दी तोड़ तस्कर हरसौली की तरफ भाग गए। इधर, होमगार्ड पास में दीवार फांदकर बचने के लिए छिप गए। ये
देख गौसेवकों ने अपनी कार से तस्करों का पीछा किया। भोजपुर गांव के पास पहले तो गोतस्करों ने फायर कर उन्हें डराने का प्रयास किया। फिर हरसौली गांव में रेलवे फाटक के पास एक बड़े गौवंश को चलती गाड़ी से फेंक दिया। जिससे उनकी कार रुक जाए। मगर गौरक्षक नहीं रुके तो हरसौली व पाटन अहीर के बीच एक-एक करके 4 गौवंश चलती गाड़ी से फेंकते गए। शर्मा का कहना है कि गौरक्षकों ने अनेक बार किशनगढ़बास डीएसपी व खैरथल थानाधिकारी को कॉल किया। मदद नहीं मिली तो उन्होंने गोवंश को लोगों से उठवाया। गौरक्षकों ने बताया कि रविवार शाम को खैरथल थाने में सीसीटीवी फुटेज देखने पहुंचे तो हैड कांस्टेबल रमेशचंद व एक कांस्टेबल वरिन्द्र ने बदसलूकी कर उन्हें भगा दिया। जिसके बाद वे थानाधिकारी दिनेश कुमार से मिले और घटनाक्रम बताया। थानाधिकारी सिर्फ उनकी बात सुनते रहे। कोई मामला दर्ज नहीं किया।
पिछले दिनों बीफ मंडी पकड़ी थी, गोतस्करी नहीं थम रही मेवात से सटे खैरथल-तिजारा जिले में कुछ माह पहले बड़े पैमाने पर गोकशी की घटनाएं और किशनगढ़बास में बीफ मंडी तक पकड़ी गईं। तब कांग्रेस सरकार थी तो भाजपा नेताओं ने बड़े-बड़े वादे किए। गौकशी पर आंदोलन की बात कही। मगर अब हाल ये है कि केस तक दर्ज नहीं कर गोतस्करी और गोकशी को छिपाया जा रहा है। हाल ये है कि रोजाना वारदातें हो रही हैं। सीसीटीवी में तस्कर दिख रहे हैं, लेकिन पुलिस ने 2 माह में गौतस्करी के सिर्फ 5 मामले दर्ज किए हैं। करीब 40 लोगों तो राकेश शर्मा केस दर्ज करा चुके हैं।
इनका कहना है -
नए कानून के तहत गोतस्करी से संबंधित ऐसे प्रकरणों में 14 दिन तक जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाती है। खैरथल में गोवंश की तस्करी की घटनाओं की जांच की जा रही है। जिसके बाद आगे की कारवाई तय की जाएगी। -मनीष कुमार, एसपी खैरथल-तिजारा