राजकीय मास्टर आदित्येन्द्र उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम हुआ आयोजित
भरतपुर, 24 जनवरी (कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार कोे राजकीय मास्टर आदित्येन्द्र उच्च माध्यमिक विद्यालय में जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव की अध्यक्षता में राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया गया।
जिला कलक्टर ने बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने, समाज में बाल विवाह रोकथाम का सन्देश देने, स्वयं को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का सन्देश दिया। कार्यक्रम में बेटी को जन्म देने वाली 10 प्रसूताओं को बेबी किट, बधाई सन्देश के साथ सामूहिक रूप से केक काटकर बेटी जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर कक्षा 10वी व 12 वी में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाली कुल 19 मेधावी बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह एवं 5000-5000 रूपये की राशि का साकेंतिक चैक देकर सम्मानित किया गया।
जिला कलक्टर द्वारा राष्ट्रीय सॉफ्टवॉल प्रतियोगिता जम्मू में भाग लेने वाली बालिका सिद्धी शर्मा एवं प्रतिज्ञा कुमारी एवं 29 वी राजमाता जीजाबाई राष्ट्रीय सीनियर फुटबाल प्रतियोगिता में भाग लेने वाली बालिका गार्गी, रूबी, दीक्षा, हेमलता, कामिनी को प्रशस्ति पत्र एवं मेडल देकर सम्मानित किया गया। राजकीय महाराजा बदनसिंह उच्च मा. विद्यालय की बालिका के द्वारा बाल विवाह एव दहेज प्रथा पर लघु नाटक प्रस्तुत किया एवं एस. बी. के. बालिका उच्च मा. विद्यालय की बालिकाओं के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। कवि जय सारस्वत एवं श्रीमती तृप्ती सिंघल, प्रधानाध्यापक द्वारा अपनी कविता पाठ के माध्यम से बेटियों को जागरूक किया एवं उप निदेशक महिला अधिकारिता के द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी मंचासीन अतिथियों का स्वागत करते हुए बालिकाओं, महिलाओं के लिए विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में अवगत कराया गया एवं कार्यक्रम में उपस्थित सभी बालिकाओं को बेटी बचाओ बेटी पढाओ लोगो प्रिन्टेड कॉफी मग का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में जिला अग्रणी प्रबन्धक पीएनबी प्रशान्त कुमार, अति. जिला शिक्षा अधिकारी श्याम सिंह सागर, प्रधानाचार्य राजकीय मास्टर आदित्येन्द्र उच्च माध्यमिक विद्यालय दिनेश सिंह, व्याख्याता योगश शर्मा, महिला अधिकारिता विभाग की सुपरवाईजर नीरज कुन्तल, राजकीय एवं निजी विद्यालयों की बालिकाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन जय सारस्वत द्वारा किया गया।