राज्य स्तरीय पर्यावरण संगोष्ठी सम्पन्न, जल एवं वृक्ष संरक्षण समय की मांग - पद्मश्री राजा लक्ष्मण सिंह

भोपाला, (थानागाजी 13 फरवरी/ रामभरोस मीणा) पर्यावरण के बिगड़ते हालातों, घटते जल स्तर और खत्म होते जंगलों को मद्दे नज़र रखते हुए एल पी एस विकास संस्थान द्वारा राज्य स्तरीय पर्यावरण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि पद्म लक्ष्मण सिंह लापोड़िया,विशिष्ठ अतिथि पूर्व आईं ए एस के सी घुमरिया, पर्यावरणविद नदी जल विशेषज्ञ संजय राणा, उत्तरप्रदेश, गांधी वादी विचारक रमेश चन्द शर्मा, समाजसेवी व आदिवासियों के कल्याण हेतु समर्पित राजेन्द्र यादव एवं प्रबुद्ध बुद्धिजीवी सामाजिक कार्यकर्ता एम डी शर्मा की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर संस्थान के प्रमुख पर्यावरणविद् राम भरोस मीणा ने जानकारी दी कि संस्थान द्वारा इस अवसर पर पानी पेड़ पर्यावरण को लेकर क्षेत्र में कार्य कर रहे सर्व अनिल शरणं बंसल, प्रदीप सिंह पुण्डरी, धर्म सिंह कुमावत, संतोष कुमार शर्मा, रविकांत शर्मा, पिंकी मीणा, भगवती देवी के साथ स्वामी विवेकानंद राजकीय माडर्न स्कूल नाथूसर, अखण्ड भारत स्कूल नाथूसर, नेहड़ा फ़ौजी सेवा समिति थानागाजी, महात्मा गांधी राजकीय स्कूल गुवाडा भोपाला के साथ साथ विभिन्न विद्यालयों में वृक्षारोपण को लेकर श्रेष्ठ कार्य कर रहे 30 विधार्थियों को प्रख्यात
पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा की स्मृति में वृक्ष मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सम्बोधित करते हुए पर्यावरणविद् संजय राणा ने नदियों को लेकर जागरूक किया, वहीं पद्म राजा लक्ष्मण सिंह लापोड़िया ने पानी पेड़ को बचाने के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया। गांधीवादी रमेश चन्द शर्मा ने सामाजिक सरोकारों के कार्यों के प्रति जागरूकता पर बल दिया और के सी घुमरिया ने सामाजिक प्रदूषण को समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया और इसके खिलाफ लामबंद होने की अपील की। समाजसेवी एम डी शर्मा ने वन , वन्य जीवों के संरक्षण के लिए अपील की, वहीं संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर राम प्रताप मीणा ने छात्रों में नवाचार पैदा करने की बात कही।
कार्यक्रम में बद्री प्रसाद मीणा, केके शर्मा, पूजा गुप्ता, सुनीता जांगिड, चन्द्रकला एवं मुकेश शर्मा सहित क्षेत्रीय सैकडो़ं पर्यावरण कार्यकर्ता एवं स्थानीय लोगों की मौजूदगी विशेष रूप से उल्लेखनीय थी। अंत में पर्यावरणविद राम भरोस मीणा ने कार्यक्रम में सहभागिता हेतु अतिथियों व उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और विश्वास दिलाया कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पूर्व की भांति वह हर संभव अपना योगदान देते रहेंगे।






