सुमंगल सेवा संस्थान ने होलिका दहन के लिए तैयार करवाए 100000 कंडे, पर्यावरण संरक्षण के साथ गौ पालको क़ो मिलेगा आर्थिक सम्बल

भीलवाड़ा (राजकुमार गोयल) पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र मे अग्रणी संस्था सुमंगल सेवा संस्थान द्वारा होलिका दहन के लिए विभिन्न गौ शालाओं के माध्यम से कंडो की उपलब्धता करवाकर कंडो की होली क़ो प्रोत्साहन दिया जा रहा है |
संस्थान के सचिव श्रीमती विजय लक्ष्मी समदानी ने बताया कि संस्थान द्वारा विगत 6 वर्षो से शहर मे वैदिक होलिका दहन हेतु कंडो की उपलब्धता करवाई जा रही है और इसी क्रम मे आगामी 13 मार्च क़ो शहर मे लगभग 450 स्थलों पर गली मौहल्लो और चौराहो पर आयोजित होने वाले होलिका दहन आयोजन हेतु विभिन्न होलिका दहन कमेटीयों से संपर्क कर कांटे, कूड़ा करकट तथा प्लास्टिक सामग्री अथवा टायर के बजाय शुद्ध तथा सात्विक होलिका दहन के लिए कंडो से निर्मित होलिका दहन कर पर्यावरण संरक्षण एवं गौ संवर्धन मे सहभागी बनने का आग्रह किया जा रहा है |
गौ संवर्धन क़ो बढ़ावा - होलिका दहन के लिए कंडो की होली से एक ओर जहाँ पर्यावरण संरक्षण क़ो बढ़ावा मिलता है वहीं दूसरी ओर गाय के गोबर से निर्मित कंडो से प्राप्त राशि से पशु पालको की आर्थिक सुदृढ़ता कर गौ संवर्धन क़ो भी बढ़ावा मिलता है |
100000 कंडे की उपलब्धता - संस्था के सदस्यो से संपर्क कर शहर की लगभग 28 आयोजन कमेटीयों द्वारा अब तक लगभग 32000 कंडो की बुकिंग करवा ली गई है और कंडो की होली के बढ़ते प्रचलन क़ो देखते हुए इस वर्ष विभिन्न गो शालाओं और गो पालको से संपर्क कर लगभग 100000 कंडे तैयार करवाए जा रहे है
वैदिक होली - कंडो की होली दहन के साथ ही कपूर, लॉन्ग, घी, लोबान, समीधा, नारियल तथा हवन सामग्री डालने से हवन रुपी वैदिक होलिका दहन करना सुख समृद्धि के प्रतीक के रूप मे माना जाता है एवं वातावरण मे फैले विभिन्न प्रकार के वाइरस क़ो नष्ट कर विभिन्न बीमारियों से बचाने मे लाभ मिलता है | होलिका दहन के लिए कंडो की बुकिंग के लिए संस्था के सदस्य अमित काबरा (9460988817) से संपर्क किया जा सकता है |






