व्यापारी और किसानों के बीच बनी सहमति,आसानी से बेच सकेंगे अपनी सरसो

Apr 15, 2022 - 21:18
Apr 15, 2022 - 21:18
 0
व्यापारी और किसानों के बीच बनी सहमति,आसानी से बेच सकेंगे अपनी सरसो
ड़ीग मंडी में किसानों ,व्यापार संघ और पल्लेदार संग के अध्यक्षों के बीच वार्ता कराते नेम सिंह फौजदार

ड़ीग , भरतपुर (पदम जैन) -15 मार्च कृषि उपज मंडी डीग में किसानों के साथ सरसों की लैब निकलवाने के नाम पर हो रही धोखाधड़ी और अन्य अनियमिताओं को लेकर शुकवार को किसानों ने मंडी यार्ड में विरोध प्रदर्शन किया जिस पर भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता नेम सिंह फौजदार ने मौके पर पहुंचकर किसानों की समस्याओं को लेकर मंडी समिति सचिव और जवाहर गंज व्यापार समिति और पल्लेदार संघ के अध्यक्षों से वार्ता कर समस्याओं के निराकरण का प्रयास किया।
किसानों का आरोप था की मंडी यार्ड में सरकारी लैब होने के बावजूद व्यापारियों द्वारा किसानों पर दबाब बना कर जबरन निजी लेवो पर सरसों की जांच कराई जाती है जिसमें 2 प्रतिशत का अंतर आता है। माल की तुलाई के समय बोरी के बजन 700 ग्राम के स्थान पर एक किलो 200 ग्राम सरसों  ली जा रही है। इसके अलावा पल्लेदार भी किसान के माल मे से  झोली भर कर ले जाते हैं जो किसानों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। इस पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता फौजदार ने मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष राकेश खंडेलवाल और पल्लेदारों के अध्यक्ष रामजीलाल को किसानों के बीच में बुलाकर सभी पक्षो के बीच वार्ता कराकर सभी मुद्दों पर सहमति तैयार की । भाजपा नेता फौजदार के अनुसार इसके मंडी सेक्रेटरी कौशल सिंह से बात कर तय किया गया कि मंडी के अंदर माइक सेट लगवा प्रति दिन मंडी में माल बेचने आने वाले किसानों को बताया जाबेगा कि मंडी में सरकारी लैब मौजूद है जहां किसान अपनी सरसों में तेल की मात्रा की निशुल्क जांच करा सकते हैं । तथा तुलाई के समय बोरी के भार के बराबर ही सरसो ली जाबेगी साथ ही पल्लेदारो द्धारा किसानों की फसल से कोई झोली नही ली जाबेगी। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि मंडी प्रशासन व्यापारियों और पल्लेदारों  द्वारा समझौते का पालन नहीं किया गया तो किसान आंदोलन और मंडी गेट का ताला लगाकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। जिसके लिए व्यापारी और पल्लेदारों के अलावा मंडी प्रशासन जिम्मेदार होगा। इस मौके पर सीताराम गिरदावर, मानसिंह जैलदार, दुर्गेश फौजदार, अवनीश उपाध्याय सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow