परीक्षा में अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने वाला स्कूल व्याख्याता गिरफ्तार:डील कराने वाला भी पकड़ा, मुख्य आरोपी जेल में
अजमेर,राजस्थान
आरपीएससी की स्कूल व्याख्याता (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा- 2022 के राजनीति विज्ञान के पेपर में अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देने वाले एक स्कूल व्याख्याता को अजमेर एसओजी की टीम ने गुरुवार को गिरफ्तार किया । पूछताछ के दौरान एक अन्य टीचर का भी नाम सामने आया, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसओजी के एडिशनल एसपी सुनील तेवतिया ने बताया कि डमी कैंडिडेट जालोर स्थित करड़ा दीगांव निवासी अशोक कुमार विश्नोई पुत्र हरिराम को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के बाद उसके सहयोगी जालौर निवासी अर्जुन कुमार (37) को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अर्जुन ने मीडिएटर के रूप में अभ्यर्थी और डमी कैंडिडेट की पहचान करवाई थी। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया गया है। अजमेर की सिविल लाइंस थाना पुलिस आरपीएससी के अनुभाग अधिकारी मोहनलाल यादव की रिपोर्ट पर मुख्य आरोपी और मध्यस्थता कराने वाले शातिर युवक को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
पूछताछ में नाम उजागर
पुलिस के मुताबिक जालोर स्थित करड़ा दीगांव निवासी अशोक कुमार विश्नोई पुत्र हरिराम को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ आरपीएससी के अनुभाग अधिकारी ने सिविल लाइंस थाने में प्रकरण दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया गया कि स्कूल व्याख्याता प्रतियोगी परीक्षा में लाखाराम सफल हुआ था। काउंसलिंग के दौरान लाखाराम के आवेदन पत्र और परीक्षा केंद्र के उपस्थिति पत्रक में फोटो और हस्ताक्षर अलग-अलग पाए गए।
आरपीएससी की जांच में लाखाराम की जगह किसी ओर के परीक्षा देना सामने आया था। मामले में पुलिस ने लाखाराम को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हीराराम का नाम उजागर किया। लाखाराम ने बताया कि हीराराम ने स्कूल व्याख्याता जालोर निवासी अशोक कुमार विश्नोई से मिलवाया था। पुलिस ने लाखाराम की निशानदेही पर हीराराम को गिरफ्तार किया था। हीराराम ने पूछताछ में अशोक कुमार का नाम उगला, एसओजी ने अशोक को गिरफ्तार कर लिया। एसओजी के एडिशनल सुनील कुमार तेवतिया के मुताबिक आरोपी अशोक को अजमेर से गिरफ्तार किया गया है। जिसने पूछताछ में 10 लाख रुपए लेकर एग्जाम देना बताया हैं।
ऐसे मामलों में हो चुकी 13 गिरफ्तारियां
प्रदेशभर में इस तरह के मामलों में अब तक कुल 13 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। सीएम के आदेश पर गठित एसआईटी के चीफ एडीजी वीके सिंह के दिशा-निर्देशों पर डमी कैंडिडेट प्रकरण में लगातार कार्रवाई जारी है।
डमी कैंडिडेट के अब तक 4 मामले दर्ज, 3 आरपीएससी के
वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा के डमी अभ्यर्थी मामले में दौसा निवासी रामप्रसाद मीणा पुत्र रामसहाय मीणा, बाड़मेर निवासी हेमेंद्र जाट, रेवेन्यू ऑफिसर परीक्षा के आरोपो दौसा जिले के महवा दीस्था निवासी पुष्पेंद्र कुमार मीणा पुत्र मुरारी लाल मीणा और सीबीएसई की ईआरएमएस भतीं पीक्षा में फर्जीवाड़े से बैठे डमी अभ्यर्थी दौसा सिंकदरा मेहंदीपुर बालाजी निवासी कालूराम मीणा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
जांच में सामने आया कि कालूराम ने दिलखुश की जगह परीक्षा दी थी, दिलखुश की तलाश जारी है। आरोपी रामप्रसाद और पुष्पेंद्र ने विचौलिया सवाई माधोपुर निवासी भीमराज का नाम उगला था। पुलिस भीमराज की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है, यहीं चौथे मामले में लाखाराम, हीराराम और अशोक कुमार को गिरफ्तार किया जा चुका है।