लिखित मे देने के बाद भी जिम्मेदारों की अनदेखी: सरकारी स्कूल के कमरे की छत गिरी
रिपेयरिंग के लिए पंचायत को लिखित में दिया था, सरपंच बोले- सचिव ने ध्यान नहीं दिया
बाद में स्कूल के शिक्षक मांगीलाल मीणा को सूचना दी गई। शिक्षक ने बताया कि वर्ष 1985 में भवन बनने के बाद कभी यहां रिपेयरिंग का काम नहीं हुआ। ग्राम पंचायत को दो बार इस स्कूल के कमरों के जर्जर स्थिति को लेकर लिखकर दिया गया लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। बाद में स्कूल में जर्जर कमरे को बंद ही रखा जाने लगा और कक्षा संचालन में इसका उपयोग नहीं करने लगे। वर्तमान में स्कूल का जो कार्यालय है वह कक्ष भी जर्जर है। इस बारे में सरपंच नारायण लाल मीणा ने बताया कि एक साल पूर्व कमरों की छत पर चाइना करवाया था और कमरे की मरम्मत का प्रस्ताव लिया था लेकिन सचिव ने ध्यान नहीं दिया। इस बारे में विकास अधिकारी बलवीर सिंह चौहान का कहना है कि उन्होंने दो माह पूर्व ही जॉइन किया और आचार संहिता लग जाने के कारण प्रस्ताव नही लिया जा सका अब कार्य करवा देंगे।