कलियुग में संत दर्शन व हरि कथा का बड़ा महत्व

सकट (अलवर) क्षेत्र के जोनेटा गांव स्थित मनसा माता मंदिर पर मनसा माता ग्राम विकास समिति एवं ग्रामीणों के सहयोग से क्षेत्र की खुशहाली व सुख समृद्धि की कामना के लिए चल रहे नव दिवसीय शतचंडी महायज्ञ एवं श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथावाचक प्रवीण दामोदर यति महाराज ने कहा कि कलियुग में संत दर्शन व हरि कथा का बड़ा महत्व है। ये दोनों ही कई जन्मों के पुण्य प्रभाव जागृत होने पर प्राप्त होते हैं। जहां संत होते हैं वही सारे तीर्थ निवास करते हैं। उन्होंने कहा कि अभिमान व अहंकार से मनुष्य को हमेशा दूर रहना चाहिए के दोनों कभी भी मनुष्य के पतन का कारण बन सकते हैं साथ ही उन्होंने कहा कि क्रोध करने से सोचने व समझने की शक्ति नष्ट हो जाती है। ऐसे में हमें हमेशा अपने क्रोध काबू रखना चाहिए। कथा के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं को भागवत कथा से जुड़े कई प्रसंग सुनाए गए वही कथा के दौरान बीच-बीच में गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया। यह कमेटी के अध्यक्ष ने बताया कि कथा में सोमवार को नंदोत्सव मनाया जाएगा। यज्ञ कमेटी के संरक्षक डॉ गिरवर सिंह राठौड़ ने बताया कि कथा का कार्यक्रम प्रतिदिन प्रातः 11 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित होता है। यहां 8 मई रात्रि 9 से कृष्णा एंड पार्टी हाथरस मथुरा के कलाकारों के द्वारा राजा हरिश्चंद्र नाटक मंचन किया जाएगा। महायज्ञ व कथा का समापन पूर्णाहुति व भंडारे के साथ 9 मई को होगा। इस मौके पर राधेश्याम शर्मा, झंडू राम मीणा, मनोहर लाल शर्मा, बद्री बैंसला, संदीप शर्मा, रिंकू सेन, लाल सिंह राजपूत, रामकेश मीणा सहित अन्य लोग मौजूद थे।
- राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट






