सहीराम गुर्जर ने जीती 31 हजार की आखिरी कुश्ती: थानाप्रभारी ने गुर्ज देकर दिया सम्मान

Oct 15, 2022 - 22:12
 0
सहीराम गुर्जर ने जीती 31 हजार की आखिरी कुश्ती: थानाप्रभारी ने गुर्ज देकर दिया सम्मान

वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) कस्बा वैर में बिचपुरी पट्टी हनुमान अखाड़ा के पास लखनपुर रोड पर वैदिक गुरुकुल गुरु माया व्यायामशाला समिति की ओर से विशाल एक दिवसीय कुश्ती दंगल कार्यक्रम का आयोजन  हुआ।  मुख्य अतिथि  पूर्व प्रधान प्रतिनिधि तोता राम झालाटाला ने कुश्ती दंगल का फीता काटकर किया शुभारंभ किया । अध्यक्षता उपखंडाधिकारी मुनि देव यादव,  विशिष्ट अतिथि वैर  थानाप्रभारी सुमेरसिंह ने की । वहीं मानसिंह भरतपुर, बाबू उच्चेन, व रामखिलाड़ी मास्टर कोच प्रभारी रहे । 
दूर दूर से आये पहलवानों ने कुश्ती दंगल में अपने अपने दाव पेच अजमाए  जिनका भारी संख्या में मौजूद दर्शकों ने गुरुवार देर सायं तक कुश्ती दंगल का भरपूर आनंद लिया। पहलवानों का तालियां बजा- बजाकर मनोबल बढ़ाया व सम्मान किया । 
आखिरी कुश्ती 31000 - 31000 रुपये की चार पहलवानों के बीच में हुई ,जिसमें अभिषेक पहलवान दिल्ली व विक्रम पहलवान मथुरा के मध्य  आखिरी कुश्ती 31 हजार की बराबर में छूटी , वहीं दूसरी आखिरी कुश्ती बबलू पहलवान मथुरा व सहीराम गुर्जर राजगढ़ के मध्य 31 हजार की कुश्ती में हनुमान अखाड़ा सहीराम गुर्जर राजगढ़ ने बबलू पहलवान मथुरा को हराकर जीती । कार्यक्रम में इंद्रमोहन शर्मा, सोहन लाल पहलवान, महेंद्र पी टी आई , रघुवीर पी टी आई आदि मौजूद रहे ।

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

एक्सप्रेस न्यूज़ डेस्क ll बुलंद आवाज के साथ निष्पक्ष व निर्भीक खबरे... आपको न्याय दिलाने के लिए आपकी आवाज बनेगी कलम की धार... आप भी अपने आस-पास घटित कोई भी सामाजिक घटना, राजनीतिक खबर हमे हमारी ई मेल आईडी GEXPRESSNEWS54@GMAIL.COM या वाट्सएप पर भेज सकते है हम हर सम्भव प्रयास करेंगे आपकी खबर हमारे न्यूज पोर्टल पर साझा करें। हमारे चैनल GEXPRESSNEWS से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद................ मौजूदा समय में डिजिटल मीडिया की उपयोगिता लगातार बढ़ रही है। आलम तो यह है कि हर कोई डिजिटल मीडिया से जुड़ा रहना चाहता है। लोग देश में हो या फिर विदेश में डिजिटल मीडिया के सहारे लोगों को बेहद कम वक्त में ताजा सूचनायें भी प्राप्त हो जाती है ★ G Express News के लिखने का जज्बा कोई तोड़ नहीं सकता ★ क्योंकि यहां ना जेक चलता ना ही चेक और खबर रुकवाने के लिए ना रिश्तेदार फोन कर सकते औऱ ना ही ओर.... ईमानदार ना रुका ना झुका..... क्योंकि सच आज भी जिंदा है और ईमानदार अधिकारी आज भी हमारे भारत देश में कार्य कर रहे हैं जिनकी वजह से हमारे भारतीय नागरिक सुरक्षित है