राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का जीवन परिचय

Dec 15, 2023 - 21:21
Dec 16, 2023 - 08:07
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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का जीवन परिचय

वैर- ....राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा उम्र 56 साल का पैतृक गांव भरपुर जिले की नदबई तहसील स्थित ग्राम अटारी है। भजन लाल शर्मा के पिता का नाम श्री किशन स्वरूप शर्मा एवं माता का नाम श्रीमती गोमती देवी है। भजन लाल शर्मा खेती एवं खनिज उपकरण की सप्लाई के काम से जुड़े हैं।यह उनका निजी व्यवसाय है। भजन लाल शर्मा का एक मकान भरतपुर में भी स्थित है। फिलहाल जयपुर में निवास करते हैं। शर्मा की पत्नी गीता पंचायत समिति सदस्य रह चुकी है। बड़ा बेटा आशीष (RAS) प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा है।छोटा बेटा कुणाल डाक्टर है। शर्मा 27 साल की उम्र में अटारी गांव से सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में आए थे। उसके बाद 2003 में नदबई (भरतपुर) विधानसभा सीट से सामाजिक न्याय मंच से चुनाव लड़ा था, लेकिन भजनलाल शर्मा को पराजय का सामना करना पड़ा।

शिक्षा दीक्षा-

 भजन लाल शर्मा ने 10वीं क्लास 1984 और 12वीं क्लास 1986 में नदबई के गगवाना हाईस्कूल से उत्तीर्ण की थी। इसके बाद बीए 1989 में एमएसजे कॉलेज भरतपुर से की । 1993 में राजस्थान यूनिवर्सिटी से नॉन कॉलेज स्टूडेंट के तौर पर राजनीति शास्त्र से एमए किया था।

राजनीति

भजन लाल शर्मा 34 साल से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। युवा मोर्चा के नदबई मंडल के अध्यक्ष बनकर भजन लाल शर्मा की बीजेपी में एंट्री हुई थी। नदबई में वे एबीवीपी के अध्यक्ष और प्रमुख रहे, फिर भरतपुर जिले के सह संयोजक और कॉलेज इकाई प्रमुख व जिला सह प्रमुख बने थे।

इसके बाद वे भारतीय जनता पार्टी में तरक्की करते गए । युवा मोर्चा भरतपुर के जिला मंत्री, जिला उपाध्यक्ष, जिला महामंत्री और 3 बार जिला अध्यक्ष भी रहे। इसके बाद भाजपा में जिला मंत्री, जिला महामंत्री और जिला अध्यक्ष भी रहे। 1992 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जेल भी जा चुके हैं। 1990 में एबीवीपी के कश्मीर मार्च में भी सक्रिय रूप से जुड़े और उधमपुर तक का मार्च किया था। इस दौरान उन्होंने गिरफ्तारी भी दी थी।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से उनके संबंध पुराने हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने से पहले से जेपी नड्डा गोवर्धन परिक्रमा के लिए भरतपुर आते थे, तब भजनलाल भरतपुर के भाजपा जिला अध्यक्ष थे। उस समय से ही उनके करीबी बने हुए हैं। साथ ही निंबाराम जब आरएसएस के सह प्रांत प्रचारक थे, तब उनका केंद्र भरतपुर था। उस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष होने के नाते भजन लाल शर्मा की निम्बाराम से भी नजदीकियां बढ़ गई थीं। ऐसे में पूर्व में एबीवीपी से जुड़ाव और संघ का साथ मिलने से संगठन में उन्हें जल्द आगे बढ़ने के मौके मिले।

भजन लाल शर्मा को भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रहे अशोक परनामी, मदन लाल सैनी, सतीश पूनिया और वर्तमान अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ महामंत्री के रूप में काम करने का अनुभव भी हैं। भजन लाल शर्मा प्रदेश महामंत्री के रूप में अपने तीन-तीन साल के दो कार्यकाल पूरे करने के बाद लगातार तीसरी बार भी महामंत्री बने रहे। इससे पहले वे प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे हैं।

संघ के बैकग्राउंड के कारण महामंत्री रहते उनके अच्छे संबंध संगठन महामंत्री चंद्रशेखर जी से भी बन गए। इस कारण उन्हें भाजपा ने महत्वपूर्ण और सेफ सीट से सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर, उन्हें मौका दिया। टिकट भी केंद्रीय नेतृत्व के दखल से तय किया गया था। भजन लाल शर्मा ने सांगानेर से अच्छे मतों से विजय श्री हासिल की। भजन लाल शर्मा के मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने से राजस्थान को नई दिशा देकर तेजी के साथ प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।

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