ऑनलाईन ठगी के मामले में 07 मुलजिम गिरफ्तार ,रिश्ते में निकले जीजा- साला- भाई
कामां , डीग
जिला पुलिस अधीक्षक की ओर से चलाए जा रहे ऑनलाइनसाइबर ठगी अभियान के तहत राष्ट्रीय साइवर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल नं0 1930 पर प्राप्त इनपुट कामां पर पुलिस ने मंगलवार को गांव नंदेरावास की नहर की पुलिया के पास से दो सगे भाईयों व जीजा-साला सहित 7 ऑनलाइन साइबर ठगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7 मोबाइल व फर्जी सिमों को जब्त किया है।
कार्यवाही व घटना विवरण - डीएसटी रेंज स्पेशल टीम भरतपुर के थाना से राष्ट्रीय साइवर क्राईम रिपोर्टिंग पोर्टल नं0 1930 पर पर प्राप्त इनपुट पर कामां के गांव कलावटा से आगे नंदेरा जीएमसी नहर की पुलिया के निकट कुछ ऑनलाइन साइबर ठग सूट सलवार होम डिलीवरी बिक्री करने का लालच देकर ऑनलाइनठगी करने का प्रयास कर रहे है। जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकरऑनलाइन साइबर ठग कामां थाने के नंदेरा वास निवासी तय्यब पुत्रमरहूम, कासम उर्फ सूकट मेव,कामां थाने के गांव उदाका निवासी हाकिम पुत्र इब्राहीम उर्फ इब्बर मेव,खोह थाने के गांव कल्याणपुर निवासी वाजिद पुत्र कासम मेव,जुरहरा थाने के गांव ऊचेड़ा निवासी आमिर पुत्र सौराव मेव, कामां थाने के गांव अंगरावली निवासी तालिम,असलम पुत्र रसीद मेव, कामां थानेके गांव नगला मुकारिब निवासी सोहेल पुत्र जहूर मेव को गिरफ्तार किया है। जबकि कामां थाने के गांवलेवडा निवासी नाबालिग भागने में सफल हो गया। गिरफ्तार साइबर ठगों ने एक दूसरे का जानकार, दोस्त और रिश्तेदार होना बताया। पुलिसने साइबर ठगों के कब्जे से 7 मोबाइल सहित फर्जी सिम जब्त कीहै। साइबर ठगों के मोबाईल फोनों को चैक किया गया तो फर्जी ट्रयू कॉलर पर लडकियों की फोटो दर्शित होती है व जी मेल आईडी सरजी के नाम से वनी हुई, वीडियो फोल्डर मे अश्लील वीडियो तथा चित्र मौजूद मिले है। फेस वुक आईडी अंजली अग्रवाल के नाम से बनी है।
पुलिस ने बताया कि प्रवंचित व्यक्तियो से प्राप्त धन को फर्जी वैंक खातो में स्कनरो से डलवाकर, ए टी एम आदि से निकालकर अपने निजि उपयोग में लिया जाता है। इस कार्य में चोरी किये गये मोबाईल फोन को उपयोग में लिया जाता है। चुराये गये मोबाईल फोनो को चोरी होना जानते हुये अपने कव्जे मे रखा जाता है।