लक्ष्मणगढ़ रुट पर निगम की बसों की हालत खस्ता यात्रा करना खतरे से खाली नहीं
लक्ष्मणगढ़ (अलवर) कमलेश जैन
अलवर से लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में चलने वाली रोडवेज बसों की हालत खस्ताहाल है। बसों में मिलने वाली सुविधाओं के नाम पर मरहम पट्टी तक नहीं है। बसों की खिड़कियां टूटी-फूटी हैं, सीटें फटी हुई हैं, अग्निशमन उपकरण और फर्स्ट एड किट तक मौजूद नहीं हैं। भीषण बारिश में बसो की छते टपकती एवं ऊपडी पड़ी है। ऐसे में पानी से बचने के लिए यात्रियों को बसों में खड़े होकर यात्रा करनी पड़ती है। अलवर से वाया लक्ष्मणगढ़ होकर आने वाली जटवाड़ा की बस में आज शाम यात्रा कर रहे सीनियर सिटीजन मोहनलाल शर्मा ने बताया कि बसों में सफाई का भी घोर अभाव है। यात्रियों को स्वयं सीट साफ करके बैठना पड़ता है। बसों में झाड़ू तक नहीं लगती है। रोडवेज बसों में यात्रियों की सबसे बड़ी समस्या सीट मिलने की होती है। कंडक्टर यात्रियों का टिकट तो बना देते हैं, लेकिन सीट न होने की वजह से बहुत से यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करनी पड़ती है। कई बार तो सीट खराब होने की वजह से बैठने की जगह नहीं मिल पाती है।
रोडवेज की लक्ष्मणगढ़ रूट पर चलने वाली बहुत सी बसों की छत खराब है। बरसात में बस की छतों से पानी टपकता है। इतना ही नहीं, बस की टूटी खिड़कियों से गर्मी में गर्म लू के थपेड़ और बारिश में भीगने का डर सताता रहता है। ऐसे में बस में यात्रा करने वाले यात्री सुखद सफर का सपना अधूरा रह जाता है।
रोडवेज बसों की जर्जर हालत का कारण जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही है। रोडवेज निगम की बसों को नुकसान हो रहा है। सुविधाओं के अभाव में अधिकांश यात्री निजी वाहनों से या प्राइवेट वाहनों से यात्रा कर रहे हैं ।निगम के अधिकारी बसो की हालात में सुधार के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है। यात्रियों को परेशानी हो रही है।